किसी ने खरीदे बर्तन, किसी ने विधायक खरीद लिये, किसी ने लक्ष्मी चुनी, किसी ने विनायक खरीद लिये, मैं खाली जेब लिए मज़बूर चुप खड़ा रहा एक कोने में, किसी ने मेरे सपने खरीदे, किसी ने हक़ खरीद लिये।
आँख मिचौली खूब चली दोनों टोली से 😔 संख्या विधायक ऎसे गिनते रहे, 😷 जैसे गायब दुल्हा, अपनी ही खोली से 🙋 सरकार जिसकी भी बने 👈 जनता गजब मज़े लिए, इन दिनो ✌ कर्नाटक की राजनैतिक ठिठोली से 😁
**क्या होती है परीक्षा** डर सताता है मुझे जब आती है परीक्षा जब आती है परीक्षा तब करके ले जाती है साल भर की समीक्षा परीक्षा के समय मेरी मर जाती हैं सारी इच्छा जब होती है परीक्षा तो मुझे लगती है होने लगी है अग्नि परीक्षा हम सबको अच्छी लगती है शिक्षा बशर्ते यदि ना हो परीक्षा परीक्षा के दिन तो बड़ी मुश्किल से गुजरते हैं उन दिनों में हम ना तो सजते हैं और ना ही सबरते है परीक्षा परिणाम आने पर तो हम बताने से डरते हैं तब लोग पूछते हैं कि आप साल भर क्या करते हैं वो क्या जाने एक विद्यार्थी की पीड़ा क्योंकि केवल परीक्षा के दिन ही होते हैं जब हम बन जाते हैं किताबी कीड़ा 😊😊😊😊😇😜😜 विद्यार्थी -vikarsh jain
सायरनबाज मंत्री बोल-बोल कर.....बेनीपट्टी विधानसभा के लोगों ने इतना बड़ा Loudspeaker 📢 विनोद नारायण झा जी के हाथ में दे दिया हैं ! जिसे अब वो आने वाले अगले पांच सालों तक बजा सकते हैं😜🤣