मुझ पर फ़तेह नहीं है आसान ।।
जीतना ऐसा है मुझे जैसे जीता हो "हिंदुस्तान"।
तारीखों में है दर्ज है "दिल्ली" मेरा नाम ।।
है "लाल किला",है "क़ुतुब मीनार" , है "जमा मस्जिद"
हाँ हूँ मैं "हिंदुस्तान" की शान ।।जब लहराता है "तिरंगा" मेरी सर ज़मीन पे तब होता है मुझको खुदपर अभिमान ।।मुग़लों ने भी किया है शासन मुझ पर न जाने कितनी बार लुटी है मेरी आन -बान
खड़ी हूँ मैं आज भी वैसे ही ये है "ख़ुदा पाक" का एहसान।।
मुझ पर फ़तेह नहीं हैं आसान ।।।
जीतना ऐसा है मुझे जैसे जीता हो "हिंदुस्तान" ।।
तारीखों में है दर्ज , है "दिल्ली" मेरा नाम ।।
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