मैं सिर्फ तुम्हारी हूं, यह मेरा एक ख्वाब है, इस हबीब का यही एक मसलन इस्तकबाल है, ख्वाबों का हकीकत होना महज एक इत्तफाक है, और तुम्हारा मेरी जिंदगी में आना, रूहानियत का एहसास है....
Hame nahi aya masrufiyat mai bhi unhe bhul jana .... Har waqt hr pal mehekti hain meri saanse faqat unke khyaal se hi ... हमें नहीं आया मसरूफ़ियत में भी उन्हें भूल जाना !!!! हर वक़्त हर पल महकती हैं मेरी सांसें फ़क़त उनके ख़्याल से ही !!!!