QUOTES ON #UQLOVE

#uqlove quotes

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2 APR 2020 AT 0:02

अर्ज किया है....कि



थक कर हम सो गये
फिर सोकर थक गये .....😆

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3 SEP 2018 AT 11:17

माखन चुराना तो एक बहाना था
असली मकसद तो चित को चुराना था

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16 APR 2020 AT 15:37

मोहब्बत है तो मोहब्बत कीजिए
यूं न रहकर दूर सजा दीजिए
आइए करीब हुज़ूर गले से लगाकर
मेरे दिल की बेचैनी को मिटा दीजिए
कबसे तड़प रहे इंतेज़ार में आपके
अब तो मेरी तकलीफों को मिटा दीजिए
बहुत दर्द दिया है आपने हमें प्यार में
है कोई इस दर्द की दवा तो दवा दीजिए
आइए करीब हुज़ूर गले से लगाकर
मेरे दिल की बेचैनी को मिटा दीजिए

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13 OCT 2020 AT 21:47

कुछ सुलह देते‌ हैं
तो कुछ सलाह देते है..
लोग बहुत मतलबी है साहब
खुद सब करवा के ...बाद मे
आप ही पर इलजाम देते हैं....!!

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20 NOV 2019 AT 23:19

तेरी यादों का बेवक़्त आना जाना है,
इनका मेरे घर से रिश्ता पुराना है।'

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24 AUG 2020 AT 10:16

पलकें है भारी नींद है नदारद
यादों का तेरी ये कैसा है कहर
जिस्म है सलामत
रूह रहती है बीमार आजकल....

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अपनी वफाओं रख दिल में अचार डालेगा क्या
इक नादां को मुहब्बत में ही मार डालेगा क्या

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26 MAY 2019 AT 8:35

भटक जाते हैं लोग अक्सर मोहब्बत की गलियों में
इश्क़ के सफर का कोई नक्शा भी होना चाहिए।

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जी, जी कर मर रहा हूँ

कोई मत पूछो मुझसे ये कि-
"अपनी तनहाईयों में,
उसकी यादों में,
मैं किस हाल से गुज़र रहा हूँ?"
"मर, मर कर जी रहा हूँ,
जी, जी कर मर रहा हूँ।"

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26 OCT 2018 AT 21:28

अजब कुछ समा,
आज देखे हैं ऐसे।
सागर में गिरवर भी
घुलते हैं कैसे।
जहाँ क्यों न विस्मय
की नजरो से देखें
गगन जो ज़मी के
चरण चूम बैठे।
खिल स्वयं कुमोदनी
सरोज को खिला गई
आज नभ नक्षत्र युक्त
किंतु चन्द्रिका से सिक्त
पी हुआ चकोर तृप्त
और भृंग पाश मुक्त
अमा और राका मिल
उषा मे नहा ग ई।
आज महल झुक चले
झोपडी़ से मिल गले
भेद छुप ग ए सभी
प्रेम की पुलक तले
कालिमा की कोर को
सलोनताई खा ग ई।
आज कोई घट न घट
दल समान एक बट
एक बट की है लट
दूर भी हुआ निकट
बन गया सुघर विकट


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