यूँ तो हसते खेलते बच्चे सा है दिल मेरा
हसते हसाते जैसे अब तक मेरा हर दिन गुजरा।
पर तेरा " एक सपना " , खाली सा कर जाता है,
मुझमें, कुछ खामोशी भर जाता है, तेरा "एक सपना" ।
तेरा एक सपना,
बखुश रहने के सारे तरीखे बेमतलब कर जाता है
खाली कर के दिल को , खुद से भर जाता है ।
एक सपना तेरा ।
गैर मुमकिन सा ख्वाब तू मेरा जो दिल में पला
सारी उमर जिसको ख्वाब बन के रह जाना ही है।
"अनचाहा इश्क़ " एक इस लब्ज में तू होता बयाँ
पाना जिसे मेरे इस जन्म एक सपना ही है।
सपना ही है ।
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