कहती है मेरी दोस्त जब भी उससे मिलने का plan बनता है.........!
"थोड़ा सज सवर के जाया कर , impression थोड़ा अच्छा जमता है !"
पर उस Shimmer की मुझे ज़रूरत नहीं जब वो मेरे सामने होता है !
उस blush की मुझे ज़रूरत नहीं ,जब उसका हाथ मेरे हाथ में होता है !
छोड़ उस काजल को उसे आंखों में बसाना है !
फेक उस liner को उसे पलकों पर बिठाना है !
ये प्यार हमारा दिल से जुड़ा एक पाक रिश्ता है ,
चेहरे का क्या करना,वो तो हर रोज़ बदलता है!
अगर उसे प्यार होगा तो वो पर्दे में भी साथ निभायेगा
जिस्म की भूख मिटाने होगी, तो नज़रो से दिख जाएगा!
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