तुझे पल भर आंखों के सामने लाने से ही ,
आंखों को जो ठंडक मिलती है,
उस लम्हे को किन लब्जों में बयाँ करूँ,
एक तो तेरे आ जाने से ही दिल की सारी थकावटें,
दुर हो जाती है,
जो तुझे इस भीड़ में महसूस करते करते थक सी जाती हैं
तुझे देखने के बाद ही
तुझे वो ना छूके भी हल्के से छूने का एहसास भी बाग़ज़ब है
तेरे नर्म मखमली हाथो को अपने हाथों में हमेसा लेके चलते रहने का दिल मे ख्याल आता है
प्यार ही तो है ,
बस ये युहीं सिमट के रह जाते हैं सारे ख्याब मेरे
जो कभी मुकम्मल नही होता,
प्यार ही तो है।।
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