The Immature Writer 13 JAN 2019 AT 11:55 जिसकी कीमत चुका सकूं मै,जेब मे ये चिलरो की खनखनाहट के बीच,ख़्वबौ की वो धीमी आवाज़ सुनाई नही देती अब । - The Immature Writer 13 DEC 2018 AT 1:27 Dil chahta hai ki likhta rhu...Naa jane kab iss kalam ki shiyahi,Katm ho jaye... - The Immature Writer 26 APR 2019 AT 21:08 कुछ और दोस्तो की जरूरत है,कहाँ अब ये मोबाइल साथ निबाह पा रहे । - The Immature Writer 13 JAN 2019 AT 12:40 होने ही वाला बस तेरी यादों का सवेरा,बिखरे हुए ज़ुल्फ़ों की धीमी खुसबू सी आने लगी है।तेरी वो मुस्कुराहट अब खुशियां सा बिखेरने लगी है ।तेरी ओंठो की छुवन बस दिल मे उतारने लगी है ।धूप ढलने लगी है ।हाँ अब, धूप ढलने लगी है । - The Immature Writer 16 MAY 2019 AT 22:22 रातों को सोता नही मैं,चाँद सितारों का साथ निभता हुँ,जाम होंठो से लगा लू क्याँ ,ये सोच कर रात गुजर्ता हुँ । - The Immature Writer 16 MAY 2019 AT 10:23 Ye dharkano ka tez hokar thm janaIss baat ki gawahi deta hai ki,Sayad kabhi isne v sacchi Mohabbat ki hogi - The Immature Writer 12 FEB 2019 AT 8:17 क़ब्र खोद डो फिर आज एक ,फिर एक आशिक़ प्यार में डुबने वाला हैं। - The Immature Writer 10 FEB 2019 AT 13:35 माना कि ये मोहब्बत की क़ीमत ,चुका ना पाए हम ।पर ये भी सच है कि ,तुझे अभी तक भुला ना पाए हम। - The Immature Writer 24 JAN 2019 AT 16:49 सच कहते थे वो कि, मैं नही बदलने वाला ,वो बदले नही , बस पहचानते नही हमें अब। - The Immature Writer 18 JAN 2019 AT 1:48 तेरी इन आँखों मे डूब सा गया हु मैं,बाहर कहाँ आने देते है ,तेरी ये झुकी पलकें । -