तुम मिले दिल खिले और जीने को क्या चाहिए ना हो तु उदास तेरे पास पास मै रहूँगी जिंदगी भर सारे संसार का प्यार मैंने तुझी मे पाया तुम मिले दिल खिले और जीने को क्या चाहिये चंदा तुझे देखने को निकला करता है आईना भी दीदार को तरसा करता है इतना हसी कोई नही हुस्न दोनो जहाँ का एक तुझमे सिमट के आया तुम मिले दिल खिले और जीने को क्या चाहिये