सुबह के सूरज के खिलते ही एक नाय दिन की शुरुआत हुई ।
भोर हुई बरसात थमी ,
एक और दिन बीत गया तुम बिन ,
पर अभी तक ना तुमसे बात हुई ।
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11 MAY 2020 AT 7:05
सुबह के सूरज के खिलते ही एक नाय दिन की शुरुआत हुई ।
भोर हुई बरसात थमी ,
एक और दिन बीत गया तुम बिन ,
पर अभी तक ना तुमसे बात हुई ।
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