* मैं तुलसी हूं *
रि - रिश्ते नाते निभाने में सबसे आगे....
तु - तुलसी की तरह कड़क,
लेकिन सबके लिए दवा का काम करती हूं....
हर मुसीबत से डट कर मुकाबला कर,
अपने घर परिवार को बचाती हूं,
मैं तुलसी हूं, अपने ही आंगन की,
जिसकी ना कोई हसरत ना बीसाद,
और ना ही कोई पूछ है,
मैं......तुलसी हूं..!!!
-