निकलेगा नहीं चार दीवारी से ,
तो सही राँह पर कैसे आएगा?
करेगा नहीं कुछ काम,
तो खुद को क्या बतायेगा ?
भगवान ने कोई भेदभाव नही किया है,
सभी को कुछ ख़ास दिया है।
डरेगा असफलता से अगर ,
तो अपनी खासियत को कैसे समझ पायेगा ?
इसलिए सवाल कर खुद से,
तेरा सवाल तुझे तेरे अंदर तक ले जायेगा ।
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