दोराहे पर दिल आ पहुंचा पीछे मुड़ूँ जा आगे बड़ू,
समझे ना वो मेरी बातें कैसे मैं इज़हार करू,
दो कश्ती में दिल रख बैठा प्यार करू व्योपार करू,
मॉम है उसकी मुझपे लट्टू पर में बेटी से प्यार करू,
उसकी माँ से लेके पैसे बेटी को में गिफ्ट करू,
खर्च सारा मॉम उठाती उसको क्यों न लिफ्ट करू,
बेरोजगार आशिक़ जे सोचे कैसे मोहबत शिफ़्ट करू,
ये "जोसन" के दोस्त की गाथा क्या उसको SUGGEST करू
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