QUOTES ON #TOWN

#town quotes

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27 MAR 2020 AT 12:33

कभी साेचा न था शहर का हाल यूँ भी हाेगा
लाेग भी हाेंगे आैर ये...शहर विरान भी हाेगा

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23 JUL 2017 AT 23:39

Somewhere someone is chasing after a glimpse of you in a little big town...

Being conscious that she won't but
"Sometimes even illusions endow comfort..."

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9 JUL 2019 AT 23:58

आज शहर की बिजली कुछ घंटों के लिए क्या चली गयी..
लग रहा है मानों हम गांव के उन पुराने दिनों में जा पहुंचे...!!

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1 DEC 2020 AT 13:25

ठंडी हवाएं क्या चली मेरे शहर में,
हर तरफ़ तेरी यादों का दिसम्बर बिखर गया.

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22 JUL 2017 AT 21:38

'कस्बाई अंग्रेज'
(Read in caption)

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ওদিকে-
সন্ধ্যা নামছে কাঁঠাল বনে
প্রদীপ, ধুনো, ধুপকাঠির কোলাহল...
আলতা পায়ে, তুলসী মঞ্চ এক কোনে
দূরে, ঘরে ফিরছে রাখালের কোনো দল...

তাল গাছের মাথা অনেক উঁচু আকাশে
নীরব পাখিরা গান গেয়ে গেয়ে হয়না ক্লান্ত...
গ্যঙ্গর গ্যঙ্গর ডাক ভেসে আসছে বাতাসে
গ্রামপল্লী গ্রামেই থাকুক জ্যান্ত...

এদিকে-
শহর তলী অলি গলি
ছুটছে মোটর উড়ছে ধোঁয়া...
বাস লরি দালান বাড়ি
প্রতিনিয়ত জীবন যাচ্ছে খোয়া...

হই হুল্লোড় দাঙ্গা মারা
ভোটের হাওয়া, খাচ্ছি ভেজাল...
ট্রেনের ভিড়ে, নোংড়া পাড়া
দম বব্ধ চারটে দেওয়াল...

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10 OCT 2019 AT 19:52

शहर का शोर अब अच्छा नहीं लगता
यहां पर कोई भी सच्चा नहीं लगता,
प्रदूषित हवा में यहां हर कोई सोता
वृक्षारोपण साल में सिर्फ नाम का होता,
यहां नदियां हर जगह बेहाल हैं
सब सीवर लाईन का कमाल हैं,
देखने को हर जगह बस धुंध है
बड़े बड़े कारखानों का झुंड है,
यहां कहने को सब मस्त हैं
पर अंदर से सब पस्त हैं,
नहीं रहना अब इस शहर में
खुली हवा के इस ज़हर में,
इससे प्यारी अपने गांव की वादियां
ताज़ी हवा, हरे भरे पेड़, प्यारी सड़कें और वो नदियां.....

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2 JUN 2019 AT 21:08

शहर को क्या पता है
शहर क्यों जला हुआ है
शहर को क्या हुआ
शहर जला क्यों हुआ है
अपने तह में यह जला
बुझा मगर बुझ बुझ के जल उठा
चिंगारी जो बहकती, बढ़ती है
तुम तो बराबर के साजिशदार रहे
अब धीमे आँच में पकता शहर
सबका बंदोबस्त कर उठ फिर जलेगा
तुम साँस कैसे लोगे
तुम्हारे साथ उन खानाबदोश जीवों का क्या होगा
यह धुँआ संपूर्ण दिशा में है
शहर एक दिन सबको निगलेगा
सारे प्राणी विलुप्प होगे
क्या सिर्फ शहर का धुँआ रहेगा..."




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22 AUG 2019 AT 21:23

Strangers in town raise you
high to breathe sky
Just to make
you more
breathless.

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13 JUN 2018 AT 1:01

আমার শহর অতীত জানি,যত ব্যর্থ আবেগে দিশাহারা।
তোমার শহর রাখেনি খোঁজ,তবু ব্যালকনি জুড়ে নয়নতারা...!

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