ज़िंदगी भर किया इंतज़ार, होगा मेरे साथ भी कुछ चमत्कार। पर ज़िंदगी का मेरी कुछ ना बना, मैं खटखटाता रहा किस्मत मुझे करती रही मना । पर चमत्कार हुआ तब, जादूगर जब मैं खुद बना ।
পারিনি তোকে নিজের করে রাখতে তুই ও হয়তো চাসনি আমার হয়ে থাকতে🙃 ব্যর্থতা আমার-না আমার ভাগ্যের তা ঠিক জানিনা তাইতো আজও তোকে অন্যের পাশে দেখলে মেনে নিতে পারিনা😊
हकीकत हर किसी को, दिखाई नही देती! सच हर किसी को, बर्दाश नहीं होता! ख़ामोशी किसी को, किसी को रास नहीं आती! काश एक मौके के बाद, किसी मौके की उम्मीद न होती!