जब कभी मेंरी व्यक्तितव की गलत परिभाषा दी जाती है न......तो बस उनकी नादानगी पे मुस्कुरा के चुप रहना ही बेहतर समझते हैं और प्रतिक्षा करते है कभी तो होंगे वो रूबरू हमारे व्यक्तितव के वास्तविकता से । (Take this as my short intro) Note:- READ MY PROFILE 1ST then read my Qoutes!! ○••••••••••■☆☆♡☆☆■••••••••••••○ ❤👇👇👇ABOUT ME👇👇👇❤ मै रहूँ या न रहूँ पर ये वादा है मेरा मेरे लहू का एक एक कतरा इंकलाब लाएगा, मेरी जब अर्थी उठेगी शाहदत बन जाएगा, किसी ने क्या खूब कहा है दिल में तुफा आखों में दरिया लियें बैठे है न पुछो हमसे हमारी कहानी हम अपनी पूरी जिंदगी वतन के नाम किये बैठे है -हाँ हम भी अपनी पुरी जिन्दगी वतन के नाम किये बैठे है। ना मेहदी ना डोली सिर्फ और सिर्फ इनकलाब की बोली ।। वन्दे मातरम् 🙏🇮🇳🙏 ❤Jai hind jai bharat ❤
तुम लाल तो मैं सफेद रंग थी, बस मेरी इतनी सी ही भूल थी, तुमसे मिलकर मैं भी लाल हो गई थी, तुम तो अपना रंग लिए चले गए, और मैं तुम्हारे रंग में रंगी लाल ही रह गयी, शायद यही प्यार की मेरी भूल थी।
Apni muskaan ko kisi ajnaabee ke liye khona mat, Uss bewafaa ke liye tum kabhi rona mat.... Apni maa ki khushi ke khatir hi jee lena yaaro, Magar khuda ke vaste uss dhokebazz ke liye tum kabhi marna mat....
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