अरे सुनो तो सही ।।
हमने नहीं थी अधूरी बात कही, तुमने नहीं थी हमारी बात सुनी,
खड़ा था वहीं पर कहीं, कहा था अरे सुनो तो सही ।।
माना तुम्हारी सोच बड़ी, मेरी बातों में दम नहीं,
छूट ना जाए तुम्हारे काम की पक्तिं कहीं, अरे सुनो तो सही ।।
बिन बात गुस्साना सही नहीं, हो जाए ना कोई भूल कहीं,
हर बात बिन बुनियाद नहीं, सही ग़लत की बात बाद में सही ।।
दिल ने थी बात कही , मां बाप की डांट थी सही ,
गुरु का ज्ञान था वहीं , पर तुमने सुना नहीं ।।
सुनना है एक कला , जिसे हर कोई समझा नहीं,
हर समस्या का समाधान दिया था वहीं, पर तुमने सुना नहीं,
और हम कहते रहे गए, अरे सुनो तो सही ।।
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