ता-उम्र अब न होगा, किसी से प्यार मुझे,
बस मे, कर गया ऐसा, बेगम ए यार मुझे,
सुनो ना, मेरा दिन भी है, 'रात' तेरे बिना,
ऐसा कर जाँ, इस अँधेरे से तू उबार मुझे,
ग़र तुम्हें अब भी नहीं यकीं, तेरे राज पर,
मेरी कसम, करदे फिर तू दरकिनार मुझे,
वैसे, मैं तिरे दिल-जिगर पर छा ही चुका,
अब ज़रा, अपने रूह में भी तो उतार मुझे...
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