___________ "बघेल" 1 JUN 2021 AT 8:00 जाते वक्त वो अपनी तस्वीर ले गई।मेरे ही हाथों से मेरी तकदीर ले गई।। - Neha Gupta 1 AUG 2020 AT 1:48 कैद हैं मेरी आंखो में बहुत सारी तस्वीरें तेरीजो बिना मिले हम दोनों ने एक साथ बुने थेजो पूरा भले ही नहीं हुए पर जिया कुछ पल तो इनके सहारे।मोहब्बत जैसी भी हो बिना ख्वाबों के अच्छी नहींलगती छोड़ जाए जब कोई इंसान आपको इन ख्वाबों के सहारे जीने तो आपको देती हैं। - Monis Rehman 3 JAN 2019 AT 9:01 मैंनें तस्वीर टांग दी उसकी !वरना दीवार गिर गयी होती !! - rajdhar dubey 13 JAN 2021 AT 19:56 ना थोड़ा कम ना थोड़ा ज्यादा किया जाए,जितना हूं मुझे उतना ही रहने दिया जाए।तस्वीरें मुसलसल सवाल पूछा करती हैं मेरी,बताओ 'राज' अब तुम्हारे साथ क्या किया जाए। -rajdhar dubey - Anand yadav 16 AUG 2020 AT 18:26 तुम्हारी नई तस्वीर दिखी हमें, बहुत खुश लग रही हो उसमे,लगता है अब भूल गई हो हमें.. या नौटंकी कर रही हो उसमे... - MEHAK HAYA 29 DEC 2021 AT 12:18 Teri tasveer rakh ke aankhon mein kab tak jiyenge hum.Tujhse naummid hoke Khuda se fir kya chahenge hum. - Musa Shayar 30 NOV 2018 AT 18:33 Bejaan hai magar har Tasveer bolti haiSachchaaiyaa Muqarrar Tasveer bolti haiJhoothi hui hai jab se is Dehr ki ZabaaneiDushman hai kaun Yaavar Tasveer bolti haiBebas Ghareeb khoo'n me lathpath pada hua haiKisne lagaai thokar Tasveer bolti haiBadkaam ko tumhare kitna chhupaaoge tumJitni bhi daalo Chaadar Tasveer bolti haiMusa Kitaab uthaakar dekho pata chalegaYe Shehr kyu hai Banjar Tasveer bolti hai - RUGVEDA BHOYAR 25 FEB 2021 AT 20:23 कौन कहता है, की तस्वीर बात नहीं करती ।जवाब हर सवाल का देती है, बस... आवाज नहीं करती ।। - RUGVEDA BHOYAR 15 JUN 2021 AT 22:15 किसी की याद में आसमा को रोते देखा थातस्वीर धुंधली सी थी और धड़कन सी बूंदे टकरा रही थी समा बंधा था.. पर कश्म-कश में अधूरा खुद को पाया था । - Nazia Shaukat 26 MAR 2019 AT 19:09 बनकर मुसव्विर रंगों से मरहम को ढ़ूढ़ लाती,वो तस्वीर बना देती,जो हर ज़ख़्म छुपा पाती। -