Anjuola Singh 11 FEB 2018 AT 17:30 ता लीम देनी ही है तो ,किताबी नहीं ए हसास की दो, होंठों से छूट कर दिल में, हों जज़्ब ऐसे ही अल्फ़ाज़ की दो, झुकता हो खैरमकदम में, जो सर हर मज़हब की ही खातिर,इन्सानियत के लिए बुलंद हो, ऐसी आवाज़ ही की दो। - Mohd Rashid 16 OCT 2020 AT 11:08 जो मय तुम्हारे सर चढ़ गयी है, सारी उतर जाएगी.तालीम लेकर देखो मदरसे की नस्लें सुधर जाएंगी.. - Parvez Sheikh 2 AUG 2020 AT 10:59 वो "शख्स" "तहज़ीब-ए-अदब_तालीम-ओ-अदब" "अपनी-ओ-ग़ैरों" की "सुख़न" बताता है.................................................... "मुक़म्मल" पाया उसे, वो कभी-भी "अमल" नही करता-ओ-दूसरों को "इल्म" सिखाता है - ❣Khamosh_Lafz ❣ ....✍ 2 MAY 2021 AT 16:11 .... - warisha.a. faizi 30 OCT 2018 AT 16:02 Ye had se zyada qabiliyaten bhi na....Ek ajab hoti hain..Jhan taleem ki sari sarhden barbad hoti hain.. - KHAN ILHAM 30 MAY 2021 AT 13:37 लोगों के लहजे से झलकती है, तालीम वह तरबियत।कोई डिग्रियों की सनद दिखा कर, खुद को आलिम न कहे।। - Dr. R. Hassan 17 MAY 2020 AT 5:39 छूना चाहते हैं,चंद दिनों में बुलंदियां सभी...सब्र की तालीम भला अब रखता कौन है..!! - Neha Gaur 24 DEC 2019 AT 19:29 मेरी डिग्रीयों से मेरे इल्म की तस्दीक ना करिएमैंने तालीम ज़िंदगी के मकतब से ली है - Bezubaan Shayar 10 APR 2021 AT 13:04 Meri taleem mujhe Ijaajat nahi deti warna Vaar mai karun agar toTum tutoge nahi bikhar jaoge - Muskan Bhardwaj 9 DEC 2019 AT 11:24 तेरी दी हुईं तालीम आज भी याद है मुझे। -