Aman srivastava 18 JUN 2019 AT 7:56 सुप्रभात के सूर्य किरणों ने...जैसे डाला है, धरा पर डेरा...वैसे ही तेरी स्मृतियों ने... है मेरे तन-मन को घेरा... - Aman srivastava 25 FEB 2019 AT 8:12 एक और रात ढल गई... फिर 🌞सुप्रभात🌞 हो गया...जीवन रूपी घड़े में... एक और बूंद भर गया...एक और बूंद भर गया... - Aman srivastava 3 JUN 2019 AT 8:10 चिन्ता नहीं करना बाहर...निशा हो या 🌞सवेरा🌞 हो...फिक्र बस इतना करना कि...तेरे अंतर्मन में न अँधेरा हो... - Aman srivastava 7 MAY 2019 AT 8:35 बदल गई है रात सारी...बदल गया है 🌞भोर🌞...शांँति-सुकून का नाम नहीं... अब बचा है केवल शोर... - Aman srivastava 22 FEB 2019 AT 8:06 देखो यारों सुप्रभात हो गई ...ढल गया फलक का "चांँद"... सुबह के देखो 8:00 बज गए...पर अब तक सोया है मेरा "चांँद"... - Aman srivastava 22 JUN 2019 AT 8:14 सब कुछ तो यहीं छोड़ जाना है... फिर तू क्यों दिन रात जगता है...??ये आत्मसंतुष्टि की बात है साहब...गरीब हंसता है और अमीर रोता है... - Aman srivastava 9 APR 2019 AT 10:14 जो तू न मेरे पास है...तो कुछ ना मेरे पास है... तेरे बिना हर रात उदास....🌞सुप्रभात🌞 भी निराश है... - Aman srivastava 10 MAR 2019 AT 8:51 मेरी जिंदगी भी तुम हो... मेरी जान भी तुम हो...मेरी चाय भी तुम हो... मेरी जाम भी तुम हो...सच कहता हूंँ बहुत... खास हो तुम मेरे लिए...क्योंकि, मेरी 🌞सुप्रभात🌞 भी तुम हो... मेरी शाम भी तुम हो...- #shrAman - Aman srivastava 19 MAY 2019 AT 8:02 🌞सुप्रभात🌞 सी उजियारी क्या...?? चांद-चांदनी सी न्यारी क्या...?? यूंँ तो लाखों खूबसूरत है मगर... बोलो, मेरी प्रियतम सी प्यारी क्या...?? - Aman srivastava 7 MAR 2019 AT 8:09 🌞सुप्रभात🌞 में जब नींद खुली... और जब हुआ तरो-ताजा मैं...जिम्मेदारियों का बोझ उठा कर...खुद को छोड़, भागा मैं... -