QUOTES ON #SUKHAN

#sukhan quotes

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30 NOV 2020 AT 10:32

रास्ते में अगर उसका
मक़ान ना होता 'सुख़न'
तो फिर बता तेरे रास्ते
आज कितने अलग होते

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29 JUL 2020 AT 10:58

अब तो हक़ीक़त से
रिश्ता जोड़ ले सुख़न
यु रातों के सारे ख़्वाब
कभी सच नहीं होते

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16 JAN 2021 AT 11:19

अगर ग़लती से भी
तुझे इश्क़ होता सुख़न
तू रोता भी बहोत
और छिपाता भी बहोत

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2 DEC 2019 AT 9:23


इतना किस बात पर इतराता हैं तू सुख़न
तेरी कहानी में भी बहोत बार हार चूका हैं तू ...

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28 SEP 2017 AT 8:55

मेरे सुख़न से ताल्लुक उन्होंने बस इतना रक्खा,
हम उनको लिखते रहे वो शायरी समझते रहे

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2 AUG 2020 AT 10:59

वो "शख्स" "तहज़ीब-ए-अदब_तालीम-ओ-अदब" "अपनी-ओ-ग़ैरों" की "सुख़न" बताता है
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"मुक़म्मल" पाया उसे, वो कभी-भी "अमल" नही करता-ओ-दूसरों को "इल्म" सिखाता है

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6 FEB 2021 AT 13:56

वो तो जानबूझकर बेख़बर रहता है!
उसकी बातों में मेरा असर रहता है!

आँखों में उनकी मैं नही रहता अब
अजीब बात है न पूरा शहर रहता है!

मुझसे मुलाकात करता है जब भी
वो किसी और का मुंतजिर रहता है!

मेरे फ़िराक में वस्ल की कारीगरी है,
जिधर देखता हूँ तुझे उधर रहता है!

मुझसे कोई औकात पूछ रहा था,
कहा कब्र के अंदर बाहर रहता है!

जिससे भी मोहब्बत की आस करो
उसी के हाथ में पत्थर रहता है!

इबादत करके फ़ना होना है कैसे
खुदा नाराज तो हर-पहर रहता है!!

"सुखन" लोगों से नाराज़ नहीं है अब,
आदतन तन्हा ख़ुद अक्सर रहता है!!

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25 JAN 2021 AT 13:38

तेरे इश्क़ में अब बँधना है,मुझे!!
तेरे नाम खत लिखना है,मुझे!!

कई दिनों धरा बेचैन रही है,खैर
अब आसमां से बरसना हैं,मुझे!

हो खुशी जहाँ मुझे न ले जाइये
अपनी कब्र से गुजरना है ,मुझे!

मेरी तो इतनी ही ख्वाहिश है,कि
माँ पहलू में तेरे लिपटना है,मुझे!

क्यों है, जिंदगी इतनी मानूस सी
ऐ लम्हे खुदकुशी करना है, मुझे!

खाली बैठे यही काम करते हैं,
किताबों के पन्ने पलटना है,मुझे!

तेरे वादा-ए-इश्क़ में ख़लिश हैं,
बड़ी सादगी से निकलना है मुझे!

बात बात पर बिगड़ने वाले अब,
तेरी हर बात पर बिगड़ना है,मुझे!

"सुखन"अभी दर्द की इब्तिदा है!
इसकी इन्तेहा से गुजरना है, मुझे!

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23 JUN 2020 AT 13:52

ये तुम ही मान लो तो हम भी आसानी से मर जाएँ...
के तुम क़ातिल हो ये इल्ज़ाम लेकर किसके घर जाएँ...

मेरे अज़दाद कहते थे अदब दस्तार है अपनी,
मेरे लहज़े की नरमी से ये ना समझो कि डर जाएँ...

जहाँ से फैसले होते हैं उन आला इदारों में,
अगर क़ातिल ही मुंसिफ हो तो फरियादी किधर जाएँ...

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27 APR 2021 AT 19:46

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