वक़्त आज एक ऐसा समाये है जहाँ पे सारे बच्चों का भविष्य ठेहरा हुआ है उपर नजर घुमाव तो कोरोना का कहर है नीचे नजर घुमाव तो बोर्ड का एग्जाम है समझ नहीं आता जीत किसी होगी लेकिन मुझे इतना जरूर पता है कि मेरी पढ़ाई कभी कम नहीं होगी.....
कहती 🅗︎🅐︎🅘︎ खुद को, पढ़ने मे 𝗟𝗲𝘂𝘀𝘆 हूँ football के लिए ℂℝ𝔸ℤ𝕐 हूं 🅝︎🅐︎🅡︎🅐︎🅩︎ कभी होती ℕ𝕙𝕚 मनाना उसे 🄰🅃🄰 नही, 𝑩𝒉𝒂𝒊𝒚𝒂 कहकर 🄶🅾️🄾🄳 Morning करती 𝔹𝕒𝕔𝕙𝕔𝕙𝕖 कहकर 🅖︎𝕆🅞︎𝐃 Ⓝ︎Ⓘ︎Ⓖ︎Ⓗ︎Ⓣ︎ करती कोई 𝐓⭕ उससे पूछो मेरे 𝕐ℚ को 🅷︎𝕀🅶︎Ⓗ︎🅻︎𝗜 🅶︎🄷🆃︎ क्यो नही करती........ 🤣😇😅😂🤣
Nursery - Sabko dost बनाया था 12th - Groupism दिखाया था Nursery - monitor/captain बनने के लिए सबसे पहले हाथ उठाते थे 12th - Dost का नाम बता कर उन्हें फसाते थे Nursery - diary रोज लिखा करते थे 12th - diary me details likh kar किसी कोने मे भुल आया करते थे Nursery - seniors की सारी बात मानते थे 12th - juniors से सारा काम करवाते थे Nursery - birthday मे homedress मे आने कि खुशी 12th - party के लिए ever ready At last Nursery मे आते वक्त रोए थे 12 th से जाते वक्त रोए थे Nursery मे किसी को नहीं जानते थे 12th मे किसी को भूलना नहीं चाहते थे
भाग्य कोई लिखा हुआ दस्तावेज नहीं है। इसे तो रोज़-रोज़ स्वयं ही लिखना पड़ता है ॥ उदा. नदी में गिरने से, कभी भी किसी की मौत नहीं होती । मौत तो तब होती है, जब उसे तैरना नहीं आता ॥