कोई इंसान ख़ुद को,यू कैसे बदल सकता हैं,😮
🤷कल तलक जिसकी सारी बातें अच्छी लगती हो,
आज उसकी हर बात का कोई, उल्टा मतलब कैसे निकल सकता हैं।🤔
🤗कल जो 'हम साथ साथ हैं' कहने वाले..
आज "हम आपके हैं कौन", ये कैसे कह सकता हैं।🙂
🤦माना बहोत सी गलतियां हुई होगी सामने वाले से,
मगर आज की खामियां दिखते ही, कल की 😐
🙁खूबियों को नजरअंदाज कोई कैसे कर सकता हैं।
😌वो इंसान बुरा नहीं हैं यार, बस हालातों का मारा हैं,
तुम्हारी मुसीबतों के हल चाहें न हो उसके पास,😞
☺️पर "मैं हु न" कहकर, तुम्हें कई बार वो सम्भाला हैं।
😏क्या तुम्हें अपनी Ego और Attitude के चक्कर मे उसे खो देना हैं?
या आपस में लड़ झगड़कर, बात सुलझाकर, वापस उसे पाना हैं!😊
😋मेरे दोस्त ये 'फ़ैसला' अब तुम्हारा हैं? या बस यूं ही उसे जाने देना है।
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