QUOTES ON #SPECIAL_ONE

#special_one quotes

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25 DEC 2019 AT 12:21

सोचती हूँ तुम्हें एक इनाम दूँ।
इस मुहब्बत तले खुशनुमा शाम दूँ।

इन निगाहों के झेलें है कितने सितम।
अपनी बाहोँ में तुमको मैं आराम दूँ।

सर झुका के चले तुम सदा साथ में।
सर झुका के तुम्हें मैं नया नाम दूँ।

मेरी चाहत में तड़पे कई शामें तुम।
है तमन्ना कि चाहत को अंजाम दूँ।

हमसफर मैं बनूंगी तुम्हारी सनम।
ये खबर भी मैं तुमकों सरेआम दूँ।

सज रही हैं ये 'धानी' तुम्हारें लिए।
सुरमई नैनों से तुमकों पैगाम दूँ।

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19 AUG 2020 AT 8:43

कुछ लिखुँ तेरे वास्ते बस इतनी सी तमन्ना थी
पर वो लफ्ज़ ही ना मिले जो तुझे बयाँ कर पाये

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9 NOV 2020 AT 8:06

खुशमनुमा हो जाता है मिजाज,
हर रात चाँदनी सी,
और दिन ये बहार के लगते हैं।❤

फिर इक रोज,
खत्म हो जाता है ये सिलसिला,
वक्त गुजरता ही नहीं,
और दिन ये पहाड़ से लगते हैं।।💔

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17 APR 2021 AT 12:42

उसके लिए तो लफ्ज ही नही
वो एक अलग अंदाज है
लिखूं उसकी तारीफ में,
कुछ अपनी कलम से
तो खुद पर मुझे नाज है

जो खोया था अपना कुछ भी
वो सब उसमें पाया है,
मेरी बंजर सी जिन्दगी में
वो बारिश बनके आया है

दिनभर कि बातों में है वो
रातों को सपनो में छाया है,
खुदा कहूँ या फरिश्ता है वो
हर इबादत में लफ्जो पर आया है

यूँ ही नहीं है वो जान मेरी
दिल से उसे अपनाया है,
ओर इस जहांन में वो
सिर्फ मेरा बनके आया है

सब कुछ तो ना सही इन लफ्जो में
पर दिल कुछ तो कह पाया है,
ओर पीछे छोड़ मैंने सब तारों को
अपने आसमाँ का चाँद उसे बनाया है !

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6 SEP 2020 AT 10:45

एक मुद्दत बाद याद किया है तुम्हें
दुआओं में सलामती मांगी है

तन्हा से सफ़र में हूँ
पर दोस्ती तो निभानी है..!!!

Happiest birthday
Panditain...❤

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26 JUL 2020 AT 20:10

तुम वो इश्क़ हो जिसे बेहद और बेवक़्त करना चाहूँगी
तुम मेरे साथ जीना, मैं तेरे साथ मरना चाहूँगी...!!!

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26 JUN 2021 AT 21:50

वो सूकुन थी,,,आराम थी,,,
वो सारे दुख दर्द जान लेने वाली भगवान थी,,..
वो चेहरे को मुस्कुराहट देने वाली मुस्कान थी..,
वो मेरी सुबह से खुशनुमा शाम थी..,
वो हर समस्या का समाधान थी..,

वो हर प्रश्न का जवाब थी..,
वो थक हार कर..,घर में सुकून भरा आराम थी..,

वो जिंदगी की असली स्वाद थी...,
वो मेरी कहानी की अभिन्न दिलचस्प पाठ थी..,,

वो पूरे दिन की कहानी को सुनने वाली श्रोता थी...,
वो जिंदगी को रंगने वाली अनोखी रंग थी..,
शब्दों में ना बयां होने वाली मेरी जिंदगी की एक - एक पल थी😔😔😔😔

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28 OCT 2021 AT 19:49

यू तो तोफ़ो का,
शोक नहीं मुझे,
पर पता नहीं क्यों,
तुम्हारे तोफ़े का,
इंतजार रहता है मुझे।

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30 APR 2020 AT 20:19

उनसें नाराज़गी अब जताती नहीं।
रो देती हूँ लेकिन बताती नहीं।

अश्क़ मेरे सदाएं देने लगे।
अब तो आँखों को भी तुम सताती नहीं।

फिर उनसे शिकायत भला क्या करें।
जिन निगाहों को अब मैं भाती नहीं।

मैंने एक शाम उनसे क्या माँग ली।
उनकी शामें ही अब तो आती नहीं।

मुस्कुरा कर मैं रहती हूँ खामोश अब।
आईना उनको लेकिन दिखाती नहीं।

बेरुखी में भी उनकी रहेगी सदा।
बेवफ़ाई 'धानी' को आती नहीं।

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