QUOTES ON #SONLOVE

#sonlove quotes

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29 OCT 2018 AT 23:31

And for the first time
his firm fist shivered
while holding a scalpel
for the one who gave
him birth.

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24 OCT 2020 AT 7:54

ಎಲ್ರೂ ಕಾರ್/ಬೈಕ್ ಜೊತೆ ತಾನು ನಿತ್ಕೊಂಡು
Mom/dad gift ಅಂತ ಸ್ಟೇಟಸ್ ಹಾಕಿದ್ರೆ






ಅಲ್ಲೊಬ್ಬ ಅವರ ಅವರ ಅಮ್ಮನ ಜೊತೆ ನಿಂತ್ಕೊಂಡು
God gift ಅಂತ ಸ್ಟೇಟಸ್ ಹಾಕಿ ಮೆರಿತಿದ್ದ..

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30 MAY 2021 AT 22:15

"पिता"

पिता और बेटे की
इतनी-सी कहानी है,
बेटे अपने पिता का
बचपन हैं और पिता अपने
बेटे की जवानी है।

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12 SEP 2020 AT 15:04

.....

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22 JAN 2021 AT 18:20

मेरी पुलकित सृष्टि तुम हो
मेरा ही प्रतिबिंब हो तुम
श्वांस की तृप्ति तुम्ही से
जीवन का आधार तुम्हीं हो

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2 DEC 2020 AT 6:18

लगा कर तुझे यूँ सीने से मेरे ,
सब खुशी पें मैंने काबू कर लिया ।

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3 FEB 2019 AT 23:10

When I was 10 years old :
She used to beat me
and then shed tears
later, regretting it !

When I am 25 years old :
I shout at her
And then shed tears
later, regretting it !

#MomSonLove

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11 OCT 2018 AT 22:13

नवरात्रि स्पेशल....
Har samay jo mata mata japate ho..
To वृद्धा आश्रम me kyu maa ko chodte ho..

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6 DEC 2020 AT 12:55

जब पापा के जूते फिट होने लगे तो लड़का बड़ा हो गया है बताते है सभी
जूते से बड़ी जिम्मेदारियों को देखता कोई नही
बेटे भी पराये हो जाते है साहब बस कहता कोई नही

कुछ रात-रात भर जागते है, जुनून को आंखों में बसा कर
कुछ दिन भर काम पे काम किये जाते है, जिम्मेदारियों का नशा कर
कहने को तो लड़के-लड़कियाँ बराबर हैं पर हर जगह ऐसा रहता नही
लड़के भी पराये हो जाते है साहब बस कोई कहता नही

रोज ज़िन्दगी से लड़ते है , कभी हार तो कभी जीत होती है
लड़को को ही कमाकर घर चलाना है, यही तो दुनिया की रीत होती है
ज़िन्दगी की मझधार में डूबना सभी को है बहता कोई नही
बेटे भी पराये हो जाते है 'विद्रोही' बस कहता कोई नही

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9 JUN 2021 AT 0:32

बाप-बेटे का रिश्ता...
एक बेटा कभी बाप को गले नहीं लगा पाता,
गले लगाता है उनकी जिम्मेदारी, उनकी परेशानियों को,
गले लगाता है उनके समाज़, उनसे जुड़े रिश्तों को,
वो नहीं बनता है उनकी लाठी, वो बनता है,
उनका साहस, जो उन्हें ख़ुद से उठना सिखाता है,
उम्र के साथ हो जाती है कमजोर बाप की भावनाएं,
वो देता है मजबूती, वो थाम लेता है उनके दर्द-पीड़ा को,
एक जिम्मेदार बेटा, ले लेता है बाप की हर थकान,
और लौटा देता है हर सुकून, और शान्तिमय जीवन,
वो डाँटता भी है पिता को उनकी गलतियों पर कभी,
वो नहीं देखना चाहता हुँ उन्हें कभी भी मुसीबत से,
और वो पिता भी, उसकी परवाह को समझते, डाट खा लेते है,
वक़्त ढ़लता जाता है, और सबकुछ बदलता जाता है,
और इसी तरह से एक तकरार भरा प्यार बढ़ता जाता है,
ताउम्र वो बाप-बेटे एक अनकहा प्यार एक दूसरे के लिए,
ले के जीते है पर जता नहीं पाते, और ये क्रम चलता रहता है..!!

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