कविता :- ऑड सॉक्स डे 🧦🧦
मनाये हम ऑड सॉक्स डे
गुंडगिरी के खिलाफ है ये
ऑफिस, स्कूल मे इसे मनाते
सब मिलकर यादगार बनाते
हम अलग हैं सब मे सबसे
जानना होगा हमको अबसे
फिकर क्यो करे,कौन क्या कहे
डर कर कबतक डरते ही रहे?
अजीब होते हे लोग, यही है रीत
बडे नसीबोवालो को मिले मनमीत
भेदभाव ना रखना, रखो भाईचारा
हम ही तो है एक दुजे का सहारा
आओ मनाके ऑड सॉक्स डे दे संदेश
दया करुणा भाव से मिटायेंगे क्लेश
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