QUOTES ON #SILSILE

#silsile quotes

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31 AUG 2019 AT 23:50


Naa Ye Musibat,Naa Vo Fursatein,
Naa Ye Dooriyan,Naa Yaadon Ki Ye Qurbatein,
Naa Ek Pal Ki Mulakaat,Naa Inn Raaton Ki Badalti Karvatein,
Naa Ye Bezaar Si Duniya,Naa Meri Khawahishon Ki Shiddtein,
Naa Mera Khud Par Vo Yakeen,Naa Ye Farebi Zamane Ki Rivayatein,
Anjaan Iss Shehr Ki Galiyon Mein Nibha Rahe Kuch Apni Si Kasmein,
Naa Ye Gehre Dariya Mein Doobne Ki Chahat,Naa Vo Sahil Ki Traf Kheechti Musibaton Ki Lehrein,
Naa Ye Musibat,Naa Vo Fursatein...

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22 JUN 2022 AT 17:51

माना कि उसने इज़हार नहीं किया होगा
पर गैर होने से पहले कोई इशारा तो दिया ही होगा
एक मौन–सी स्वीकृति झुकी आँखों से...
जनाब प्यार तो उसने भी किया ही होगा

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8 MAY 2020 AT 21:43

सायों के पीछे भागने से सिर्फ अंधेरा ही हाथ लगता है|
वो यादों का सिलसिला आज भी मेरे दिल में खटकता है|

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22 JUL 2021 AT 16:09

अब बस सूकून चाहिए !!

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2 DEC 2017 AT 22:40


मौहब्बत के सिलसीले, जबसे तुमसे मिले
खत्म ही नही होते, ज़िंदगी से गिले..!!

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17 MAR 2019 AT 23:23

दुश्वारियों के ज़िन्दगी से सिलसिले न गए
गुनाह हुआ के हमसे ये लब सिले न गए

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6 MAY 2020 AT 16:04

एक सिलसिले की उम्मीद थी...
जिनसे वही फ़ासले बनाते गये...
हम तो पास आने की कोशिश में थे...
ना जाने क्यूँ ??🤔
??🤔
??🤔
वो हमसे दूरियाँ बढ़ाते गये...😢

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1 AUG 2020 AT 18:35

पास है मगर कभी ये चाँद-सितारे मिले तो नहीं
ख़ुदा जाने कहीं ये मोहब्बत के सिलसिले तो नहीं

माना थोड़ी ज़िद्दी है और थोड़ी संग दिल भी
लेकिन किस्मत से हमे कोई शिकवे-गिले तो नहीं

यकीनन तुम्हारा मुझे चुभने का कोई इरादा नहीं
पर ए गुलाब तुम बिना काटों के खिले तो नहीं

दुनिया खुदगर्ज़ है मत रखना किसी से भी उम्मीदें
कई दफ़ा मिले पर मिल के पत्थर साथ चले तो नहीं

छोटी सी बात पे आख़िर इतना हंगामा क्यूँ हैं मचा
माना लिबास बदला है पर हम अदब भूले तो नहीं

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मिले थे काम के सिलसिले से तो काम तक ही रहना था
मोहब्बत भरी गुफ़्तगू भी क्यों की ज़ब मोहब्बत नहीं करना था..

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18 JUL 2020 AT 18:22

2122 1 212 22(112)

बाद मुद्दत वो घर चले आए
दिल में खुशियों के क़ाफ़िले आए।

था ख़तम राब्ता मिरा उनका
फिर नए साथ हौसले आए।

दिल ज़मीं का दुखा दिया हमने
इसलिए ही ये जलजले आए।

खो गयी थी कहाँ बहार मिरी
बारिशों के हैं सिलसिले आए।

वो नहीं जानते मुहब्बत को
क्यों शिक़ायत हुई गिले आए।

इश्क़ में दर्द हर किसी ने सहा
हर तरफ देख दिलजले आए।

ठान के घर से है "रिया" निकली
राह में मुश्किलें भले आए।

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