सुना है इसी शहर मे रहते है मेरे कई दोस्त, पर फिर भी मिल महीनों मे बस एक बार पाते है, और जिन रास्तों से होकर आते थे मेरे घर, वो कई कई बार दिन मे, अब उन्ही रास्तों का पता जाने क्यों वो भूल जाते है
सुना है इसी शहर मे रहते है मेरे कई दोस्त, पर फिर भी मिल महीनों मे बस एक बार पाते है, और जिन रास्तों से होकर आते थे मेरे घर, वो कई कई बार दिन मे, अब उन्ही रास्तों का पता जाने क्यों वो भूल जाते है
एक शक्ति है जिस ने जे दुनिया बनाई है... उसी के इशारे पे जे सृष्टि रचाई है... हर बंदे मे होती उसकी परछाई है... इसी लिए सब मे कोई न कोई अच्छाई है... क्या था पास जब हम आये थे... क्या हम साथ ले जायेंगे... उसी के बनाए बंदे हैं.... उसके मिटाए मिट जायेंगे...
Han chalo theek h tumse hmein ulfat na mili... Kam as kam ek talkh sa han tajurba to mila... Nekiyon ka sila to khoob khuda deta hai... Kisi gunaah-e-azeem ka hmein sila to mila...