CA Nehal Bhanushali 29 MAY 2018 AT 14:30 CA Nehal Bhanushali 8 SEP 2018 AT 15:31 हर वक्त तुम फ़रियाद लेकर चलते हो,दिल में क़ैद याद लेकर चलते हो,होंठो पे जवाब, आंखों में सवाल लेकर चलते हो,लापता हो कहीं और मकान को घर समझ कर चलते हो।। - CA Nehal Bhanushali 10 MAY 2018 AT 23:40 सांस की कीमत सांस ही जाने, आस की सूरत आस ही जाने,खड़ा है जो गुलशन में काटों पर,चांद की फितरत रात ही जाने।। - CA Nehal Bhanushali 17 MAY 2018 AT 17:59 बेहोश हूं शायद, सब धुंधला नज़र आ रहा है,होशवालों की भीड़ में होश उड़ता नज़र आ रहा है।। - CA Nehal Bhanushali 7 JUN 2018 AT 13:31 ज़िंदगी की किताब कई पन्नों से पूरी है,पर कुछ कहानियां है, जो लफ्जों में भी अधूरी है।। - CA Nehal Bhanushali 28 APR 2018 AT 18:23 हर आवाज़ की गूंज उसे पहचान लेती है,ख़ामोशी भी बेपर्दा है, ज़र्रा ज़र्रा टूटकर उसे ईमान कहती है।। - CA Nehal Bhanushali 25 APR 2018 AT 23:02 आंखों में ज़ज्बातों की लहरें उछल रही है,रुखसार पे कुछ बूंदे शबनम सी ठहर रही है।। - CA Nehal Bhanushali 25 APR 2018 AT 0:25 हमे रास्ता वहीं दिखा, जहां मंज़िल नहीं,ये कैसी अजब माया है,जो गलत नहीं पर सही भी नहीं।। - CA Nehal Bhanushali 24 APR 2018 AT 18:22 ज़िंदगी की उलझन का ये कैसा इशारा है,कम्बख्त काफी नहीं थी रंजिशे,जो मौत ने भी आजमाया है।। - CA Nehal Bhanushali 9 MAY 2018 AT 16:44 ख़्वाब जूठे है, हर बार टूटे है,जवाब रूठे है, जब सवाल बदले है,नज़र कुछ ढूढ़ रही उस तस्वीर को देखकर,खुद से जुदा है और खुदा को मिलने चले है।। -