मेरी छत पर आई एक गौरइया,
बड़ी सुंदर छोटी गौरैया,
वो तिनका-तिनका लाती है,
नन्हा सा घोंसला बनाती है,
पेड़ों पर रहने वाली वो,
अब घर-घर में घर ढूंढने जाती है,
वो बेघर सी नन्ही गौरइया,
मेरे आंगन बैठी गौरइया,
तिनका तिनका लेकर के
मेरे छत पर आई गौरइया
बड़ी सुंदर नन्ही गौरइया।
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