Sourabh Acharya 15 MAR 2018 AT 12:57 शबों में रूह छिपाए फ़िरता हूँ,अँधेरे का फायदा न उठा ले कोई।छीन कर मुझसे मेरी आज़ादी,अपनी खिड़की न सजा ले कोई। - Sourabh Acharya 23 FEB 2018 AT 0:24 छोटी रातों में भी ख़्वाबों के लिए जगह होती है,नींद न आने की प्यार के सिवा भी वजह होती है। - Sourabh Acharya 18 FEB 2018 AT 11:12 चल, आज तेरे मेरे सारे राज़-ए-इश्क़ खोलता हूँ,तू मुझे हिंदी में लिखना, मैं तुझसे उर्दू में बोलता हूँ! #प्यार - Sourabh Acharya 15 JAN 2018 AT 12:11 कुछ साल और बिता लेंगे हम तुम्हारे बिना,तुम्हारी ज़ुल्फ़ों को अपने हाथों सँवारे बिना। - Sourabh Acharya 23 FEB 2018 AT 20:01 कल सुबह का सूरज कुछ नया लेकर आएगा,वक़्त है, नीयत नहीं, कभी भी बदल जाएगा। - Sourabh Acharya 23 FEB 2018 AT 11:32 चल, वो चाँद का आधा हिस्सा आज तेरे नाम करता हूँ,तू कहे तो शाम को रात, सुबह को शाम करता हूँ। - Sourabh Acharya 2 MAR 2018 AT 14:15 रंग तो थोड़ा मेरा तुझपे भी चढ़ा होगा,इश्क़ न सही, होली के ही वास्ते! - Sourabh Acharya 24 NOV 2017 AT 11:34 मुन्तज़िर हूँ मैं भी, कि कभी रूबरू कायनात होउस रोज़ जमाल-ए-शख्सियत से यूँ जो मुलाक़ात होख़ुदा जो बख़्शे ऐसी क़िस्मत हर ज़र्रे को मेरे अबकि उस राहत-ए-जान से मिलने की मेरी भी औकात हो। - Sourabh Acharya 22 DEC 2017 AT 8:53 एक वक़्त को ही सही, उसे प्यार की अहमियत दिखा देना ज़रूर,लेकिन बेवफ़ाई करके उसी इंतिसाब-ए-उल्फ़त की चिता जलाना मत। - Sourabh Acharya 12 DEC 2017 AT 15:05 मेरी नज़्मों में एक हिस्सा ज़रूर तुम्हारा भी होता होगा,कि ये सारी ख़ूबसूरती सिर्फ़ मेरी लिखावट की तो नहीं। -