QUOTES ON #SANJAYCHAUDHARY

#sanjaychaudhary quotes

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6 APR 2018 AT 16:38

तू माथे की आभा है,
मैं मस्तक का हूं तिलक
भेद कहां तुझमें, मुझमें ,
कहां अलग ये चन्दन है ,
मैं हृदय ,तू धड़कन है ,
सखा मेरे यही संगम है ,

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2 FEB 2018 AT 1:36

मुझमे है पर मुझसा नही
ऐ मन तेरी पहचान यही
मेरी जाने या ना जाने
पर 'मैं' तुझसे अनजान नही


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15 MAR 2018 AT 9:13

किसानों की व्यथा
वही जान सकते है
आप भी किसानों की
पीडा समझ सकते है?

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1 APR 2018 AT 20:54

कैसे बचाएगा कोई चमन को
जब माली ही बाग का दुश्मन हो

क्यो ना रोये खून के आँसू दिल
जब सामने हैवानियत का मंजर हो

गैरों की क्या शिकायत करते
जब अपनो के हाथ मे नश्तर हो

कैसे खिले वो कली चमन की
जब माली बन बैठा विषधर हो

कैसे बचेगी आबरू उसकी
जब लूटेरा ही घर के अंदर हो

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31 MAR 2018 AT 10:02

मत्थे पर शिकन है? कुछ तो है
आंखे जो नम है? कुछ तो है
धड़कन भी बढ़ गई? कुछ तो है
नजरें भी जम गई? कुछ तो है
होठ कपकपा रहे है? कुछ तो है
गालो पर सुर्खियत छाई? कुछ तो है
चेहरे पर लज्जा आईं? कुछ तो है
बेवजह जो तू मुस्कराई । कुछ तो जरूर है

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27 MAR 2018 AT 13:45


टूटी फूटी परिकल्पना है
भूली बिसरी याद
कैसे तज दू तजा न जाये
है जीवन सौगात

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10 JUN 2018 AT 4:43

ज्वाला सीने की दफन हो जाएगी
सांसों की डोर जब भी कट जाएगी

तुम भूल जाओगे मैं फिर चला आऊँगा
तन्हा रातो में तन्हाई जब बुलाएगी

उल्फ़त ने पग में घुंघरू बांध रखे है
कितने ही दबा लो आवाज तो आएगी

मयकदा कभी बेज़ार नही हो सकता
रस्मे-उल्फ़त ढूंढ ही लाएगी

एक बार नज़रे इनायत जो कीजिए
अहिल्या फिर से अमर हो जाएगी

रंज और गम खुशी का ही पहलू है 'संजय'
समझ लो ज़िंदगी सँवर जाएगी

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10 APR 2018 AT 17:24

ज़िन्दगी बारिश की बूंदों सी है
सीप में पड़ी तो मोती हो गई
पत्थर पर गिरी तो ढेर हो गई
तुमसे मिली अहसास हो गई
मुझसे मिली तो प्यास हो गई
ताउम्र तरसती रही मंज़िल को
जब खुद से मिली मिराज हो गई

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27 APR 2018 AT 8:06

आंखों के अश्कों ने क्या खूब निभाया है
ना ही निकले है न ही खुद को सुखाया है

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7 APR 2018 AT 5:49

लौट आओ ना
कि तुम बिन सूना है
घर का आंगन
लौट आओ ना
कि तुम बिन सूना है
सपनो का दामन
लौट आओ ना
कि तुम बिन
तन्हाई में जलते है
लौट आओ ना
कि तुम बिन दिन
गिनते रहते है
लौट आओ ना
कि तुम बिन
सूनी है राहें
लौट आओ ना
कि तड़पती
बुलाती है बाहें
लौट आओ ना
कि अब देर हो रही है
लौट आओ ना
कि अब कमी खल रही है
लौट आओ ना............

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