एक शख्स नहीं, शख्सियत है वो
हमारी इस छोटी सी दुनिया की मिल्कियत है वो
बेहतरीन जिसका अंदाज
सादा सा जिसका रूबाब
है सीधा-साधा, है स्वभाव में जिसके सच्चाई
लिखता है मगर "सागा", प्रसिद्धि है जिसकी अनुयायी
रहता न किसी वाद-विवाद में, करता सबसे प्यार
दूर होने के बावजूद भी बना लेता सबको अपना यार
लेखनी है बेजोड़, गज़ल का भी जवाब़ नहीं
अंग्रेजी जो लिख डाले, तो उसका भी कोई हिसाब नहीं
अलग-अलग सी लेखन शैली, अलग-अलग अंदाज
रहता है दिल में ये सभी के, है सब को इस पे नाज़
जन्मदिन मुबारक हो भाई, दिल से है ये दुआ
खुश रहो हमेशा और करते रहो हम सब से स्नेह सदा
"साकेत भाई"
आप एक शख्स नहीं, शख्सियत हो
हमारी इस छोटी सी दुनिया की मिल्कियत हो।।
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