Sachin Maurya 15 FEB 2021 AT 14:08 लिखना था किखुश हैं तेरे बगैर भी यहां हम,मगर कमबख्त...आंसू हैं कि कलम सेपहले ही चल दिए। - Sachin Maurya 10 DEC 2020 AT 7:32 कहां "जख्म" खोल बैठा पगले यह "नमक" का शहर है - Aesthetic Thoughts 24 APR 2021 AT 15:22 - ___________ "बघेल" 22 JUL 2020 AT 7:47 आज के पुजारी.........हाथ में माला और दिल काला!! - Durga Sharma 25 SEP 2019 AT 19:01 हींग की गोली खाने से हाजमा ठीक होता है दिमाग नहीं - ___________ "बघेल" 23 JUL 2020 AT 9:26 मोहब्बत के पाक रिश्ते से बँधा है।तभी तो ताज इतना खूबसूरत बना है ।। - Sachin Maurya 7 SEP 2020 AT 16:43 हर गली पर, हर मोड पर, इक मुकाम सा रह गया,दौलत शौहरत की सूरत क्या थी,जाते जाते हर जुबाँ पे मेरा नाम सा रह गया.... - ___________ "बघेल" 10 JUL 2020 AT 11:24 जिस दिन मेरे हालात बदल जायेंगे।मेरे लिए तेरे जज्बात बदल जायेंगे।। - ___________ "बघेल" 22 JUL 2020 AT 22:10 कितनी मेहनत लगती है,अपना आशियाना बनाने में।फिर भी लोगों को तरस नहीं आता,बस्तियाँ जलाने में।।सिर्फ धोखा,झूठ और फरेब ही टिकते है जमाने में।यहाँ पर सच तो रहता है,हर किसी के निशाने में।। - ___________ "बघेल" 22 JUL 2020 AT 7:54 क्षमा मेरे ईश्वर! मैं तेरी पूजा,रोज नहीं करता।गंदा मन और हाथ में माला,ये ढोंग नहीं करता।। -