221 2122 221 2122
रुखसार पर तुम्हारे जैसे ही बाल आये,
कामों को हम ज़रूरी फिर देखो टाल आये।
जान-ए-जिगर तुम्हीं हो,तुमसे है जिंदगानी,
कैसे सिवा तुम्हारे कोई ख़याल आये।
जीनी है जिंदगी ये दोनों को साथ मिलकर,
बस इश्क़ में न अपने कोई मलाल आये।
जब तक जमीं फ़लक है क्या साथ तुम रहोगी,
अक्सर हमारे दिल में ये ही सवाल आये।
आने न देगी "मीना"दिल में किसी वहम को,
शिकवे गिले की बातें,दरिया में डाल आये।
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