Ruchi 22 FEB 2018 AT 19:01 मेरी ख़ामोशी में भी फ़साना ढूंढ़ लेता है,जब मैं नही करती बात,वो कोई ना कोई बहाना ढूंढ़ लेता है। - Ruchi 3 JAN 2018 AT 16:15 जैसे पहाड़ों से आवाज़ टकरा कर लौट आती है ना,...उम्मीद है उसी तरह तुम भी लौट आओगे। - Ruchi 6 JUN 2017 AT 9:24 मन के एक हिस्से का वहीं छूटना ज़रूरी है,नही तो कहानी सच्ची नहीं लगती... - Ruchi 2 SEP 2018 AT 12:02 लिखती रहती हूँ तुमपर अक्सर,बना रहता है इश्क़ में डूबे रहने का भरम... - Ruchi 17 MAR 2018 AT 12:53 मिलते भी है तो नज़रंदाज़ कर निकल जाते है,मौसम की तरह कुछ लोग बदल जाते है। - Ruchi 4 APR 2018 AT 17:16 सुनो,अब लब ही नही तुम्हारी खामोशी भी बोलती है,लहजा कैसा भी हो,तुम्हारी आँखे राज-ऐ-दिल खोलती है। - Ruchi 29 DEC 2017 AT 19:34 तुम्हारा इश्क़ कोहरे की तरह है...और उससे छनकर आती धूप इज़हार - Ruchi 8 MAR 2018 AT 11:14 हर उलझन को सुलझा देते हो,जब तुम आँखो में देख कर मुस्कुरा देते हो। - Ruchi 10 MAR 2018 AT 9:28 सुनो ना...तुम जो कोट प्राइवेट कर के,तारीफ़ के बहाने चैट कर के दिल मे उतरने की कोशिश करते हो ना,ब्लॉक लिस्ट में समा जाते हो.... - Ruchi 25 APR 2018 AT 20:03 शब्दों में मेरी जो ढूंढ़ते हो ना खुद को,सुनो...मेरी आँखों मे देखो,तुम्हें तुम्हारे ही अफ़साने मिलेंगे। -