आ छेड़ूं तुझे उन तारों सी, जैसे सुरमई कोई साज़ सजाएं ।। बूंद-बूंद बरस जाऊँ तुझमें, जैसे कोई दरिया भर जाए।। नर्म-नर्म आगोश में भर लूँ, बस भंवरा बहता ही जाए ।।
I shall make you hear the soft music of moonlight, and while you sing ballads for a fairytale in our life, I shall promise you sunrise, with a neverending sunset.
सतत मिठीत तू हवीशी वाटते बघ मला, हे गोड गुपित राणी सांगू तरी कस तुला? तुझं रूप पाहून, मज वेड लागे तुझे. निष्पाप डोळे अन सुंदर हास्य, उलगडू इच्छितो तुझं सगळं रहस्य.
क्या लिखे तुम्हारे बारे... क्या बया करे तुम्हारे बारे , जब सेे तुझे है देखा बन गये ख्वाईश मेरी , चाहत मुझे पाने की बहुतो की है तड़प पर मेरी तड़प तो बस तुम ही तुम हो ❤
कभी हम भी शरीफ़ ही थे तेरे लबों की लत ने बिगाड़ दिया.... पीने की आदत तो ना थी हमें तेरी मधुशाला ने क्या ख़ुमार किया अब कहते हो सुधरते ही नहीं फिर क्यों नज़रों से वार किया कमसिन बांहो के घेरे में क्यों हमको एक तार किया कभी हम भी शरीफ़ ही थे तेरी हर इक अदा ने बिगाड़ दिया...
दिल के हर कोने में तेरे लिए ताज बना रखा हैं मुमताज़ नहीं तुझे अपनी जान बना रखा हैं अब तो मुक्कमल कर दे इश्क़ मेरा हमनें भी तो सदियों से तेरा ख़्वाब सजा रखा हैं....