ऋषभ पांडेय 22 JUN 2019 AT 17:55 जीत किसके लिए, हार किसके लिए, ज़िंदगी भर ये तकरार किसके लिए… जो भी आया है वो जायेगा एक दिन, फिर ये इतना अहंकार किसके लिए.. -