Rahul Tomar 14 APR 2017 AT 5:48 तुमसे क्या शिक़वा करूँ....मेरे सम्बंध तो ख़ुद से भी अच्छे नहीं हैं - Rahul Tomar 16 APR 2017 AT 9:29 ज़िन्दग़ी हर जगह से उधड़ी पड़ी है...अब नयी कमीज़ों का शौक़ पाला नहीं जाता - Rahul Tomar 12 APR 2017 AT 17:18 ज़िन्दग़ी भर ये ही मलाल रहा....तू जब भी मिला तेरे लबों पर सवाल रहा - Rahul Tomar 15 APR 2017 AT 7:15 पता नहीं कितना क़ाबिल हूँतू हासिल हो.... तो कुछ अंदाज़ा हो जाए... - Rahul Tomar 19 APR 2017 AT 10:06 यहां नींद मयस्सर नहीं...तुम सपनो के ना आने पर ख़फा हो - Rahul Tomar 16 APR 2017 AT 16:12 मीठे का शौक़ इसलिए भी रखते हैं....के ज़िन्दग़ी की हक़ीक़तें कड़वी बहुत हैं - Rahul Tomar 19 APR 2017 AT 7:02 पता होता अंजाम-ए-मोहब्बत तो भी क्या करता....इख़्तियार किसका रहा है दिल पर जो मेरा बस चलता - Rahul Tomar 17 APR 2017 AT 9:19 क़यामत का शोर मचा रही है तेरी ख़ामोशीकुछ लफ़्ज़ बोलकर इसे ख़ामोश कर दो.. - Rahul Tomar 17 APR 2017 AT 13:31 आज लू में मिट्टी की सौंधी सी महक है...दुपट्टा सूखने को बाहर डाल दिया लगता है - Rahul Tomar 16 APR 2017 AT 13:52 यूँ बार बार न पूछो हमसे मुस्कुराने की वजह...इशरत-ए-इश्क़ में बेवजह तबस्सुम रहती है लबों पर -