QUOTES ON #RAGINIQUOTE

#raginiquote quotes

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15 AUG 2018 AT 14:05

जश्न-ए-आजादी यूँ मना रहे हैं ......
भरे पेट जन-गण-मन गा रहे हैं और
खाली पेट चौराहों पर तिरंगा लिए नज़र आ रहे हैं ..

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25 DEC 2017 AT 17:06

सुनो माँ! ......
तुम दिल धड़कन जान हो
माँ तुम मेरी पहचान हो
तेरी साँसों में मेरी जान बसती है
जो हँसे तू तो मैं भी हँसती हूँ
तू कभी न उदास होना
कभी न मुझ पर विश्वास खोना
बेटी हूँ तो क्या बेटे का हर फर्ज निभाऊँगी
तेरी दी हर साँसों का कर्ज चुकाऊँगी

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3 JUN 2021 AT 16:28

होती जब भी हसरत, उस रब का दीदार करने की
चूम कर माँ के कदमों को,जमीं पर रब को पाती हूँ

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26 MAY 2018 AT 17:36

मैं प्रेम पाश में बँधी हुई ,
तुम हर बंधन से मुक्त हुए |

मैं पुनर्मिलन की आस लिए ,
तुम मलय समीर से स्वछन्द हुए |

अनुलेपन सा स्पर्श तेरा,
हर व्यथा मेरी मिट जाती |

न रहती लेश मात्र पीड़ा ,
प्रिय ! जो सम्मुख मैं तुमको पाती |

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20 MAY 2018 AT 17:05

कान्हा तेरी प्रीत में, मैं सुध बुध खो जाऊँ
मुझमें मैं न बाकी रहे, मैं कान्हा सी हो जाऊँ

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20 MAR 2018 AT 9:24

खुद पर गुमां नही तेरे इश्क पे यकीं है
दिन रात ये बेख़्याली यू बेवजह नहीं है

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4 MAY 2018 AT 10:04

रिश्तों की कशमकश ताउम्र कुछ यूँ रही
हमदर्द हजारों फिर भी कमी ही रही....

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14 MAR 2018 AT 21:52

दबे हुए एहसासों का पुलिन्दा है
टूटी हर ख़्वाहिश फिर भी अरमान जिन्दा है
कुछ कही कुछ अनकही बातों की गठरी है
कभी खिलखिलाई कभी जिदंगी बिखरी है
हौसले के सूत से खुद को बाँधा है
छिटक कर गिरा जो ख्वाब कोई प्यार से उसको साधा है
दर्द तो अब इस 'कृति' का बाशिंदा
हर मुस्कुराहट फिर भी अब तलक जिन्दा है








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17 FEB 2018 AT 21:00

ए जिदंगी! सोचती हूँ तुझे लिखूँ
तेरी मनमानियाँ लिखूँ या
अपनी नादानियाँ लिखूँ
अज्जियत लाखों है फिर भी मुस्कुरा रहे है
जिदंगी तुझे कुछ ऐसे निभा रहे है
कभी हबीब कभी रकीब है
जिदंगी! तू भी अजीब है
कभी बेइंतहा खिलखिलाते लम्हे है
कभी दर्द से डर कर हम सहमे है
ए नादान ! अब तुझको ठेंगा दिखाना है
रोक कर अपनी साँसों को तुझसे जीत जाना है

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23 MAR 2018 AT 16:25

आरजू बस इतनी सी यूँ भी कोई मेरी जिदंगी को समझे
बारिश में बहे अश्कों को भी पढ़ ले और बोले जरा हँस दे

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