तुझ से जो बिछडूं, तो जैसे खो जाऊँ,
दिल में बसी तेरी यादों को कैसे भुलाऊँ?
तेरी हंसी की गूँज से मेरा जहाँ सजता,
तेरे बिना ये दिल, धड़कनों को कैसे समझाता?
तुझ से है रौशनी, तुझ से है रंगों का खेल,
तुझसे बिछड़कर, जीवन लगे अधूरा अकेल।
तेरी याद में बहती हैं आँखों से नदियाँ,
तुझसे बिछड़ने का ख्याल भी है बड़ा सदियाँ।
तुझ से बिछडूं, तो जैसे खो जाऊँ,
तेरी यादों के सहारे ही मैं तो जी पाऊँ।
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