उस रब की इनायत तो देखो
कितनी खूबसूरती से मेरे यार को संवारा
चांद की चांदनी भी कम पड़ जाए जिसके आगे
इतना नूर उस के चेहरे पर छाया है
उसके चेहरे की हंसी की खातिर
दुनिया की हर खुशी उस पर वार दूं
उसकी आंखों को थोड़ा काजल से संवार दू
यह आंखे है इतनी खूबसूरत
में इनमें डूबने को त्यार हूं
प्यार तो है आपके दिल में बहुत
बस उसी की हां सुनने को बेकरार हूं
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