मैं गर्म काढ़े सा... तू चाय की घूंट प्रिये... मैं तपती धूप... तू निर्मल छाव प्रीये... मैं तीखी मिर्च... तू मधु सी मधुर प्रीये... मैं घना कोहरा... तू चांदनी रात प्रीये... मैं काला अंधेरा... तू रोशनी का उजाला प्रीये... मैं कठिन उत्पीड़न... तू मुस्कान प्रीये... मैं अपुर्ण राह... तू परिपूर्ण मंज़िल प्रीये... मैं एक कस्ती... तू पूरी कायनात प्रीये... मैं असफलता का मारा... तू सफलता का भंडार प्रीये... मैं एक छोटा तारा... तू अभाज्य चांद प्रीये... मैं डूबती नाव... तू ठाहेरा किनारा प्रीये...