Kiran Tandan 3 MAY 2020 AT 11:43 रूदाली–एक प्रेमिका (अनुशीर्षक मे पढ़े) - कवयित्री राहिनी 15 AUG 2021 AT 13:39 अभिमान तो होगा,उसे खुद पर !कि वो प्रेमिका,एक सैनिक की है !❣️पर हृदय भी उसका,बड़ा सख्त होगा !कि वो प्रेमिका, एक सैनिक है !! - कवयित्री राहिनी 14 AUG 2021 AT 11:22 मैं अल्हड़ सी प्रेमिका उसकी,वो प्रेमी समझदार सा मेरा !मैं करती हूँ गलतियां बेहिसाब,वो करता रहता है सुधार मेरा !मैं अल्हड़ सी प्रेमिका उसकी,वो प्रेमी समझदार सा मेरा !मुझसे अक्सर होती है नादानियां,वो हर बार हँस कर टाल देता है यार !मैं अल्हड़ सी प्रेमिका उसकी,वो प्रेमी समझदार सा मेरा !! - कवयित्री राहिनी 15 JUN 2021 AT 12:59 बिखरा कर,वो सूखे,फूल तुम्हारे !ले कर के,सिंदूर दानी,पिया जी !बेसुद सी,ये प्रेमिका,तुम्हारी !सिंदूर से जायज,पूर्ण प्रेम की,आस में बैठी है !! - कवयित्री राहिनी 7 JUN 2021 AT 16:10 मौसम वैज्ञानिक,औऱ ये मानसून भी,सब एक कोने में,यूँ ही धरे रह गए !हाए,उसकी महबूबा ने,जो खोली,अपनी जुल्फ़े घनी,बादल बेहिसाब,बारिश कर गए !! - कवयित्री राहिनी 9 JAN 2022 AT 22:54 लगा के मेहंदी,दूसरे के नाम की !मुझे मुस्कुराने को,मजबूर करती है !❣️ये प्रेमिकायें भी न,छल के भी प्रेमियों को !प्रेम करने में,मजबूर यार करती है !! - कवयित्री राहिनी 8 JUN 2021 AT 17:51 ख़बर मिले जो,पिया के आने की !फ़िर काटे न कटे,ये पल हज़ार !हर दस्तक़ पर नजऱ,दौड़ती है दरवाज़े पर यार !इंतजार में तुम्हारे,करके सोलह श्रृंगार,देखो जंच रही है,पिया ये प्रेमिका तुम्हारी यार !! - कवयित्री राहिनी 28 APR 2022 AT 11:20 दूरियों में एक झलक,के लिए मैं तड़प जाऊं !और,समक्ष मेरे जब पिया हो,तो जी भर के देख भी न पाऊँ !! - Sayan Sarkar 5 OCT 2020 AT 20:29 তুমি শুধু হাতড়ে বেড়াও গভীর যা কিছু, মননের সুখ,প্রেমিক তোমার হাতড়ে বেড়ায়,খোঁজে নরম বুক। - Rachita 19 MAR 2020 AT 19:12 "प्रेमिका "....(कोलाहल मन काअनुशीर्षक में) -