Pragya Thakur 9 DEC 2018 AT 16:58 वैद बुलाई फूंक लगाई , किया था तंत्र व टोनाफ़िर भी भाग्य में नहीं था मोहन उसका, मेरा होना.© - Pragya Thakur 4 JAN 2019 AT 12:39 तुम अदना से आशिक़ कैसे मिले मुझे,?मैं सौ जन्मों का तप हूं प्रेम विरह सब में!© - Pragya Thakur 19 NOV 2018 AT 10:35 अरे उसके चक्कर में कई रातें छत पे गुजारी थीउस बेवफ़ा चांद ने बादलों से यारी कर ली !© - Pragya Thakur 1 FEB 2019 AT 0:32 सच बोल कर जी नहीं पाते जो लोग ना जाने वो झूठ बोल कर सुकून से मरते कैसे है?© - Pragya Thakur 2 FEB 2019 AT 11:39 कह दो चरागों से कि नाज़ ना करें अपने हुनर पर दिल के अंधेरे को मिटाने की कला उनमें भी नहीं!© - Pragya Thakur 13 FEB 2019 AT 21:26 सफ़र का अकेलापन भी कमाल थाहर मोड़ पर लोग थे बिछड़ने वाले !© - Pragya Thakur 12 APR 2019 AT 21:55 मैं शंख नाद सी अंततुम बांसुरी से अनंत - Pragya Thakur 24 JAN 2019 AT 21:51 उसके पुराने पते पर खत छोड़ कर लौट आनाफ़िर उम्र भर उसके जवाब का इंतज़ार करना क्या कमाल है ना इश्क़ ?© - Pragya Thakur 27 JAN 2019 AT 15:47 सुनो लोगों की परवाह ज़रा कम किया करोंज़िन्दगी बस एक है और लोग बहुत ज्यादा!© - Pragya Thakur 2 FEB 2019 AT 11:21 मन का कोई मानचित्र नहीं होताजो भटका करते है वो फ़िर कहां लौटते है!© -