लिए हाथ में दिए-पटाखे, चले सभी जलाने को,
दिए तो जल कर बुझ गए, बचे पटाखे छुटाने को;
पता था सबको होगा क्या , किया प्रदूषण फैलाने को,
की थी घर में साफ-सफाई, लक्ष्मी घर में बुलानो को|
देख के घर में धुआँ-पटाखे, रुक गई लक्ष्मी आने को,
देख के जलते दिए किसी के, गई लक्ष्मी पैर फिराने को||
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