तेरे रूठने की वजह गर मैं हूं ,
तो खफा मुझसे होकर तूने वो वजह ही खत्म कर दी..
तेरी रोने की वजह मैं हूं तो...
मेरे रोने की वजह भी तूने मुझे दी..
कई दफा तुझसे मैने अपना इश्क़ बयां किया...,
तेरी मोहब्बत मैं मैने खुद को महसूस किया..
तुझमें समाकर खुद को खुद से ही पराया किया..
है बेइंतहा इश्क़ तुझसे,बस तुझे अपनाकर बाकी सबको गैर किया,,
कभी रूठ मै भी जाऊं तो मना लिया कर तू,
बेशक नादान हूं थोड़ी,पर कभी समझा दिया कर तू,,
बस यूं ना तू खफा हो,
जो पल बचे हैं पास हमारे,उनमें तो तू मेरा हो,,
ना किया कभी मुझे अधूरा,ना तू आगे कर,,
बस हाथ मेरा पकड़,और बचा सफ़र भी साथ पूरा कर।
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