QUOTES ON #POETRYCOMMUNITY

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10 HOURS AGO

પહેલા તરસ્યો થયો,
તો ઘટ-ઘટાટ પી ગયો મને,
પછી..છલકી રહ્યો..
તો અંધાધૂંધ વરસી
ભીંજાવી ગયો મને.

એ આકાશી જ છે..

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11 HOURS AGO

जब हम समझ और तर्क के आधार पर किसी के विचारों को समझते हैं, तब वे अधिक स्पष्ट और सुसंगत लगते हैं।

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13 HOURS AGO

நினைவாக.. நீ
நினைவில்
நீங்கிடா..நீ
நினைவாகி போன
நிஜங்களை
அழித்திட
துடிக்கும்
விழிகளிலும்
நீ (நீர்)...!

@guru_poetry

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17 HOURS AGO

सुहाने दिन वही होंगे, हँसी राते वही होंगी,
एक वक़्त वो होगा जब न किसी पर आश्रित होंगे,
रात के आसमान पर चांद जब हमारा होगा ,
सूर्य के प्रकाश में जब जल गये गम हमारे होंगे।

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18 HOURS AGO

जब वो साथ ना हो तो उनकी बातों का
कोई अर्थ नहीं रह जाता!
जब वो साथ ना हो तो उनके दिखावे का
कोई अर्थ नहीं रह जाता!
जब वो साथ ना हो तो उनसे नाराजगी का
कोई अर्थ नहीं रह जाता!
जब वो साथ ना हो तो मेरे इस जीवन का...
कोई अर्थ नहीं रह जाता।

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19 HOURS AGO

મારે તો
બાથ જ
ભીડવી'તી,
પણ
આકાર
એનો
આકાશ
સમો
નીકળ્યો.

આકાશી જ છે એ...

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20 HOURS AGO

வாழ்வின்
அனைத்து
நிலையிலும்
பறவையின்
சிறகுகளாய்
சேர்ந்தே
நம் கரங்கள்

@guru_poetry

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24 APR AT 23:43

હવે એમ મારું ઘર કેમ તને દેખાડું?
તારી આંખો જ તો મારું ઠેકાણું..

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24 APR AT 23:38

तलवारों के बोझ को सर बाधने वाले
हमी है वो राह पहाड़ो तक जाने वाले

देख कर ये कद घबरावों नहीं
हमी है सिकंदर सबको धुल चटाने वाले

हमी से खुला है इन सुराखो का मुँह
हमी है इनकी ज़िन्दगी बनाने वाले

आज भले ही बहकर ये कुछ भी बोले
पर हमी है 'अरु' इनकी जान बचाने वाले

दुनियाँ से आज भले ही सुदूर है मगर
हमी थे दुनियाँ को कभी नाच नचाने वाले

तुम नहीं जानते मगर तेरी नस्ले जानती है
मैं कौन हुँ इस धरा पे आग बनाने वाले

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