सुहाने दिन वही होंगे, हँसी राते वही होंगी, एक वक़्त वो होगा जब न किसी पर आश्रित होंगे, रात के आसमान पर चांद जब हमारा होगा , सूर्य के प्रकाश में जब जल गये गम हमारे होंगे।
जब वो साथ ना हो तो उनकी बातों का कोई अर्थ नहीं रह जाता! जब वो साथ ना हो तो उनके दिखावे का कोई अर्थ नहीं रह जाता! जब वो साथ ना हो तो उनसे नाराजगी का कोई अर्थ नहीं रह जाता! जब वो साथ ना हो तो मेरे इस जीवन का... कोई अर्थ नहीं रह जाता।