QUOTES ON #POETRYBYME

#poetrybyme quotes

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31 MAR 2019 AT 17:55


वो बेमौसम की बारिश सा
मैं अदरख वाली चाय की प्याली सी ...!!

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27 DEC 2020 AT 22:31

तू जो गुनगुनाए प्यार से
मै वो गीत बन जाऊं
तेरे हर नज़्म हर गीत कि
मैं सुर ताल बन जाऊं
तेरी जिंदगी को जो महका
दे मैं वो गुलाब बन जाऊं
जिसे सोच कर तुम मुस्कुरा
दो मैं वो ख्याल बन जाऊं
जो जन्मो जन्म तक ना मिटे
मैं वो एक लकीर बन जाऊं
जिसे तुम कयामत तक ना भूल
पाओ मैं वो कहानी बन जाऊं

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24 DEC 2020 AT 16:06

रात भर बूंदे यूंही बरसती रही मै जागती रही ओर रात सोती रही
माहौल था खामोशी का रात भी हिर्ज की थी मेरे साथ बस ये
बारिश ही बरसती रही मै जागती रही और रात सोती रही

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2 APR 2018 AT 7:10

Words never amused me the way space between the lines did.

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18 DEC 2020 AT 19:32

एक लड़की थी दिवानी सी
एक लड़के पर वो मरती थी

जब भी वो उससे मिलती थी
नज़रें वो अपनी झुका लिया करती थी

प्यार क्या होता है कैसे होता है
वो अक्सर ये सवाल किया करती थी

प्यार तो वो भी किसी से करती थी पर ना
जाने क्यूं इज़हार करने से वो डरती थी

एक लड़की थी दिवानी सी
एक लड़के पर वो मरती थी

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28 NOV 2021 AT 20:00

थक गया हूं......

अब कदम कदम पर समझौता
मेरे बस़ की बात नहीं............😏

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13 SEP 2019 AT 22:09

हर शख़्स बदल जाता है अपने हिसाब से
और वक़्त ठहर जाता है अपने हिसाब से।

मैं सुबह को भूलता हूँ शाम के इंतज़ार में,
और रात ठहर जाती है अपने हिसाब से।

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24 SEP 2022 AT 17:58

क्यों आखिर क्यों,
आज ये नाइंसाफी क्यूं है...
क्यों मेरे हिस्से में सिर्फ टुकड़े,
तेरे हिस्से में हर मुक़ाम आता है...
क्यों मेरे हिस्से में सिर्फ खानाबदोशी...
तेरे हिस्से में महलों का ऐश - ओ - आराम आता है...
मेरे हिस्से में सिर्फ जिल्लत...
तेरे हिस्से में मान और सम्मान आता है।
मैं भी तो आखिर इसी दुनियां का हिस्सा हूं...
मैं भी तो इंसान ही हूं,
तो फिर मेरे साथ ये ज़्यादती क्यूं है...
क्यों आखिर क्यों..
आज ये नाइंसाफी क्यूं है।।

- प्रतिभा ❤️




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27 AUG 2019 AT 17:31

Lakhon hai jahan me magar,tum jaisa koi nahi
palkon me base ho tum aise, ki ab to khawabon ki bhi jagah nahi.

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25 NOV 2021 AT 11:48

महंगाई के इस दौर में
इंसानियत बहुत सस्ती हो गयी
विश्वास बिक रहा बाजारों में
जिन्दा है इंसानियत कहीं एक हजारों में

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